(उत्तर नाट्य संसथान के रंगकर्मी दून विस्वविद्यायलय में उपकुलपति प्रोफ डॉक्टर सुरेखा डंगवाल से भेंट करते हुए)
देहरादून।मार्च का महीने में रंगकर्मियों में सुगबुहाट देखने को मिलती है क्यूंकि 27 मार्च विश्व रंग मंच दिवस होता है और हर संस्था हर कलाकार इस महाकुम्भ में डुबकी जरूर लगाना चाहता है। ऐसे ही तेजी इधर हमारे उत्तराखंड में भी देखने को हर वर्ष मिलती है। कुछ संस्थाये ठीक उसी तारिख पर न करके उसे आगे पीछे करते है और कुछ उसी तर्रीख पर कर खुश रहते है। जहाँ एक और ये विधा दिन पर दिन डिजिटल आक्रमण की मर झेलती जा रही है वहां कुछ ज़िद्दी रंगकर्मियों की वजह से ये ज़िंदा भी है। देश का एकमात्र नाट्य विद्यालय राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली भी हर भारत रंग महोत्सव का आयोजन कर इसे अंतर्राष्ट्रीय स्वरुप देता है। इस वर्ष का समापन अभी दो दिन पहले 24 फरवरी को हुआ।
ऐसा ही श्रीनगर गढ़वाल की संस्था जश्न ए विरासत नाम से समारोह करती है इस संस्था का यह समारोह इस बार मार्च 5 से मार्च 8 तक होगा इसमें 4नाटकों की प्रस्तुतियां होंगी और ये पूरा समारोह एच एन बी विस्वविद्यालय के रंगमंच विभाग के मिनी ऑडिटोरियम में होगा।
उधर राजधानी देहरादून की एक पुराणी संस्था उत्तर नाट्य संसथान ( देहरादून के रंगमंडलों की प्रतिनिधि संस्था) इस बार काफी सालों बाद समारोह करने जा रही है। अबकी बार ये समारोह दून विस्वविद्यालय रंगमंच विभाग के सहयोग से 27मार्च से 2 अप्रैल तक चलेगा। इसमें 5 नाटक संस्था के सहयोगी मंच करेंगे बाकी दो नाटक दून विस्वविद्यालय के छात्रों की प्रस्तुतियां होंगी। इस सम्बन्ध में कल ही दून विश्विद्यालय की उपकुलपति प्रोफ डॉक्टर सुरेखा डंगवाल जी ने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा की तैयारी के लिए उत्तर नाट्य संसथान के वर्तमान अध्यक्ष श्री एस पी ममगाईं सचिव श्री रोशन धस्माना,सदस्य उत्तम बडोनी से विचार विमर्श किया। इस अवसर पर रंगमंच विभाग प्रोफेसर डॉक्टर अजित पंवार और डॉक्टर राकेश भट्ट भी उपस्थित थे।