Headline
सर्दियों में भूलकर भी बंद न करें फ्रिज, वरना हो सकता है भारी नुकसान, ऐसे करें इस्तेमाल
कुवैत ने पीएम मोदी को अपने सबसे बड़े सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ से किया सम्मानित 
मुख्यमंत्री धामी ने 188.07 करोड़ की 74 योजनाओं का किया लोकर्पण और शिलान्यास
अब सब विपक्षी दल वापस एकजुट होने लगे
निकाय चुनाव- पर्यवेक्षकों की टीम आज पार्टी नेतृत्व को सौंपेंगे नामों के पैनल
हमारी टीम घर-घर जाकर संजीवनी योजना और महिला सम्मान योजना के लिए करेगी पंजीकरण- अरविंद केजरीवाल
चोटिल हुए भारतीय टीम के कप्तान, 26 दिसंबर से शुरु होने वाले चौथे सीरीज के मुकाबले पर छाया संकट 
साल 2047 में भारत को विकसित बनाने में भारतीय कामगारों की रहेगी अहम भूमिका- प्रधानमंत्री मोदी 
कॉकटेल के सीक्वल पर लगी मुहर, शाहिद कपूर के साथ कृति सेनन और रश्मिका मंदाना मचाएंगी धमाल

केन्द्रीय मंत्रीमंडल ने निजी एफएम रेडियो विस्तार के लिए 234 नए शहरों में 730 चैनलों की नीलामी को दी मंजूरी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने निजी एफएम रेडियो चरण-3 नीति के तहत 234 नए शहरों में 730 चैनलों की नीलामी को मंजूरी दे दी है। इस नीलामी का अनुमानित आरक्षित मूल्य 784.87 करोड़ रुपये रखा गया है, और यह नीलामी तीसरे बैच के लिए आरोही (बढ़ती हुई बोली) ई-नीलामी के माध्यम से की जाएगी।

शहरों और कस्बों की राज्यवार सूची, और नए चैनलों की संख्या को इस नीलामी के लिए स्वीकृत किया गया है, जिसे अनुलग्नक के रूप में संलग्न किया गया है।

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को छोड़कर एफएम चैनल के वार्षिक लाइसेंस शुल्क (एएलएफ) के रूप में सकल राजस्व का 4 प्रतिशत लेने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। यह प्रावधान 234 नए शहरों और कस्बों के लिए लागू होगा।

इस निर्णय से इन 234 नए शहरों और कस्बों में निजी एफएम रेडियो की अधूरी मांग पूरी होगी। साथ ही, इन क्षेत्रों में मातृभाषा में नए और स्थानीय कंटेंट की प्रस्तुति के साथ ही रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। यह निर्णय स्थानीय बोली और संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल को भी सशक्त करेगा।

स्वीकृत शहरों और कस्बों में कई ऐसे स्थान शामिल हैं जो आकांक्षी जिलों और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में स्थित हैं। इन क्षेत्रों में निजी एफएम रेडियो की स्थापना से सरकार की पहुंच और भी सुदृढ़ होगी, जिससे इन क्षेत्रों में संचार और सूचना के माध्यम बेहतर हो सकेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top